
युवती को विदेश भेजने के नाम पर 18 लाख 50 हजार ठगने का आरोपी डेढ़ वर्ष बाद गिरफ्तार
श्रीगंगानगर। एक युवती को ऑस्ट्रेलिया भिजवाने का झांसा देकर 18 लाख 50 हजार रुपए की ठगी करने के आधा दर्जन आरोपियों में पुलिस ने डेढ़ वर्ष बाद पहली गिरफ्तारी की है। पदमपुर थाना में ठगी का यह प्रकरण 23 अप्रैल को हरजिंदरसिंह निवासी चक 23-बीबी द्वारा अदालत में दायर किए गए इस्तगासा के आधार पर कपिल शर्मा (28) निवासी चक 7-ईईए, उमेश (36) निवासी चक 2-आरबी, सुखविंदरसिंह (30), उसके पिता सतनामसिंह (65) निवासी चक 6 जेकेएम रायसिंहनगर,हरविंदरसिंह (36) निवासी चक 6-पी और समीर (40) के विरुद्ध धारा 406 और 420 में दर्ज हुआ था। पुलिस ने बताया कि पहली गिरफ्तारी सुखविंदरसिंह के रूप में की गई है, जिसे आज अदालत में पेश किया गया।बाकी आरोपियों के खिलाफ अभी जांच पड़ताल जारी है। परिवादी हरजिंदरसिंह ने मुकदमे में बताया कि वह अपनी पुत्री शवैवी शेरगिल को विदेश भेजने चाहता था। उसके गांव के कपिल शर्मा ने बताया कि उसके रिश्तेदार उमेश के मित्र जल्दी वीजा लगवा देते हैं। उसके कहने पर कपिल ने उमेश तथा बाकी उक्त आरोपियों से मुलाकात करवाई। उन्होंने उसकी बेटी का ऑस्ट्रेलिया का वीजा 20 लाख रुपए में 7 दिन में लगवा देने की बात कही। उनके बीच 18 लाख 50 हजार रुपए में बात तय हो गई।उसकी बेटी ने अपने सारे कागजात उक्त आरोपियों को सौंप दिए। फिर 14 मार्च 23 को सुखविंदरसिंह ने फोन कर कहा कि वीजा आ गया है। वह रकम तैयार रखे। हरजिंदर सिंह के अनुसार अगले ही दिन उसने अपने खाते से 5 लाख रुपए, आढ़तियों और रिश्तेदारों से रुपए लेकर पदमपुर में उक्त आरोपियों को 14 लाख रुपए सौंप दिए। बाकी चार लाख 50 हजार रुपए 17 मार्च को बुद्ध जोहड़ में इन व्यक्तियों को दे दिए। उसे कहा गया कि जल्दी ही उसकी बेटी की टिकट करवा देंगे, लेकिन टिकट नहीं करवाई।जब उन्होंने ऑनलाइन वीजा चेक किया तो उसमें एरर दिखाई देने लगा। इस बारे में बात की तो सुखविंदरसिंह और समीर ने कहा कि वे जल्दी ही एरर ठीक करवा देंगे। समीर उसके बेटे अरविंदरसिंह को दिल्ली लेकर गया लेकिन वहां कुछ नहीं हुआ। उनको ना वीजा मिला और ना ही टिकट।बाद में आरोपियों ने फोन उठना भी बंद कर दिया। वर्तमान में इस मामले की जांच कर रहे एएसआई महेंद्र चौधरी ने बताया कि कुछ आवश्यक रिकॉर्ड विलंब से मिलने के कारण इस मामले में गिरफ्तारी देरी से हुई है। अभी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। बाकी के खिलाफ जांच चल रही है। पकड़े गए सुखविंदरसिंह के खिलाफ पूर्व में नई मंडी घड़साना और पंजाब के नकोदर में ठगी के दो मामले दर्ज हैं। वह चंडीगढ़ की एक इमीग्रेशन एजेंसी के लिए एजेंट के रूप में काम करता है।